
रायगढ़ : कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने सोमवार को कलेक्टोरेट के प्रतीक्षा कक्ष में आयोजित जनदर्शन में आम नागरिकों की समस्याएँ सुनते हुए संबंधित विभागों को तत्काल और प्राथमिकता के साथ निराकरण करने के सख्त निर्देश दिए। जिले के विभिन्न ग्रामों एवं शहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएँ लेकर पहुंचे थे। जनदर्शन के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
भूमि रिकॉर्ड, तालाब जलभराव और बोरवेल मरम्मत की माँगें प्रमुख
ग्राम सोड़ेकेला के पूर्णचंद ने अपनी भूमि के खाता विभाजन एवं नामांतरण की प्रविष्टि भुईंया पोर्टल में अब तक दर्ज न होने की शिकायत की। उन्होंने ऑनलाइन एंट्री जल्द करवाने की मांग रखी।
ग्राम पंडरीपानी से पहुँचे नागरिकों ने सूखे पड़े तालाब की समस्या बताई। उन्होंने कहा कि तालाब में पानी न ठहरने से ग्रामीणों को गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ रहा है और तुरंत मरम्मत की आवश्यकता है।
ग्राम कुरमापाली के लोगों ने अपने चौपाल में सीमेंट फ्लोरिंग, लाइट और पंखा लगाने की मांग की। साथ ही गांव के बीच स्थित खराब बोरवेल की मरम्मत की आवश्यकता पर भी जोर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बोरवेल बंद होने से पेयजल संकट गहरा गया है।
कचरा फैलाने, किसान सम्मान निधि और बिजली बिल की शिकायतें भी दर्ज
रायगढ़ रियापारा के वाजिद अली ने अपनी कॉलोनी के पीछे पड़ोसियों द्वारा फैलाए जा रहे कचरे से उत्पन्न गंदगी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि कचरा और दुर्गंध से आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और रोकने पर अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है।
तहसील लैलूंगा के ग्राम कुर्रा के किसान खेमानिधि पटेल ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि कई महीनों से न मिलने की शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना था कि कृषि विभाग से लगातार संपर्क करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ। तहसील पुसौर के ग्राम कवरिहा के एक निवासी ने घरेलू बिजली कनेक्शन में असामान्य रूप से अधिक बिल आने की समस्या प्रस्तुत की।














